
वैश्विक शांति, भारत का विकास एवम् गांधीवादी दृष्टिकोण
Author: Dr Amitabh Shukla (डॉ. अमिताभ शुक्ल) | Genre: साहित्यक रचना
वैश्विक शांति , भारत का विकास एवम् गांधीवादी दृष्टिकोण : _ वर्तमान स्थितियों में जब संपूर्ण विश्व अशांति से ग्रस्त है ,तब गांधीवादी दृष्टिकोण ही मानवता को शांति के मार्ग हेतु प्रेरित कर सकता है। डॉ. अमिताभ शुक्ल की यह किताब यह प्रतिपादित करती है कि , किस प्रकार गांधी जी की विचारधारा एवम् उनका आर्थिक दर्शन भारत की अर्थव्यवस्था को " आत्म निर्भर अर्थव्यवस्था" की ओर उन्मुख कर सकता है. डॉ. शुक्ल ने गांधी जी के आर्थिक विचारों के आधार पर एक प्रादर्श की प्रस्तुति द्वारा यह प्रतिपादित किया है। _ विश्व शांति और भारत के आर्थिक विकास को गांधीयन विचारों एवम नीतियों द्वारा स्थापित किया जा सकता है। विषय में रुचि रखने वाले छात्रों , शोध कर्ताओं एवम् विकास संबंधी तत्वों को समझने हेतु आर्थिक विषयों में रुचि रखने वाले सामान्य पाठक हेतु भी यह किताब अत्यंत उपयोगी होगी .
Dr Amitabh Shukla (डॉ. अमिताभ शुक्ल)
अर्थशास्त्री डॉ. अमिताभ शुक्ल विगत चार दशकों से शोध ,लेखन ,अध्ययन ,अध्यापन के क्षेत्र में सक्रिय हैं. देश एवम् अन्य देशों में सघन यात्राएं अध्ययन, शोध करते हुए अनुभव जन्य शोध - दृष्टि के साथ 100 शोध पत्र एवम् 10 किताबो का लेखन एवम् अनेकों संस्थाओं में सक्रिय योगदान किया है . कृषि अर्थशास्त्र पर विशेष रूप से अध्ययन , शोध एवम शोध परियोजनाओं पर कार्य किए हैं. भारतीय अर्थव्यवस्था का कोरोना त्रासदी के संदर्भ में गहन अध्ययन एवम् लेखन करते हुए 20 से अधिक लेख एवम् दो किताबो का प्रकाशन पिछले एक वर्ष में किया है. शोध कार्य हेतु अनेक संस्थाओं एवम् भारत सरकार द्वारा सम्मानित किए गए. सम्प्रति : स्वतंत्र अध्ययन एवं लेखन|